क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ाने का प्रयास अच्छा ,पर दूसरी भाषा की अनदेखी ना हो- डॉ अजय कुमार
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जमशेदपुर के पूर्व सांसद,आईपीएस डॉ अजय कुमार ने झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर झारखण्ड राज्य कर्मचारी चयन आयोग की नियुक्ति नियमावली के क्षेत्रीय भाषा की सूची में हिंदी, भोजपुरी, मगही अंगिका भाषाओं को भी शामिल करने का अनुरोध किया है।
पत्र में डॉ अजय ने लिखा है कि झारखंड कैबिनेट में कल झारखण्ड राज्य कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं के लिए कुल 12 क्षेत्रीय जनजातीय भाषाओं को चिन्हित कर स्वीकृति दी, जो झारखंड के लोगों के लिए रोजगार के अवसरों की दिशा में एक अच्छा कदम है। लेकिन देवघर, गोड्डा, पलामू, धनबाद, साहिबगंज, बोकारो जैसे जिलों में अधिकांश आबादी हिंदी, भोजपुरी, मगही बोलते हैं। जिससे इन जिलों के मूल निवासी हिंदी, भोजपुरी और मगही भाषा को सूची में शामिल नहीं करने के कारण सरकारी नौकरियों से वंचित हो जाएंगे।
अत: मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी से डॉ अजय ने अनुरोध किया कि पलामू प्रमंडल, उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल एवं संथाल परगना प्रमंडल के अभ्यर्थियों को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए क्षेत्रीय भाषाओं की सूची में हिंदी, मगही भोजपुरी अंगिका को शामिल किया जाए।