उन्हे जश्न मनाने का इतना शौक है की मृतक के शवयात्रा में “राम नाम सत्य” के जगह “अबकी बार मोदी सरकार” का नारा लगवा दे: रोहन पांडे, प्रवक्ता गुजरात युवा कांग्रेस
एक तरफ लखीमपुर खीरी में किसानों का नरसंहार हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी लखनऊ में “अमृत महोत्सव” मना रहे है। किसानों के मौत पर एक शब्द नही बोलने, कोई शोक संवेदना प्रकट नही करने, घटना में शामिल भाजपा नेता के बेटे की गिरफ्तारी पर कुछ नही बोले और उसी राज्य में मना रहे अमृत महोत्सव, यह कहना है गुजरात युवा कांग्रेस के प्रवक्ता रोहन पांडे का, उन्होंने आज हमारे न्यूज से बातचीत में कहा कि
लखनऊ में धारा 144 लागू हो जाती है, कांग्रेस के मुख्यमंत्री के लिए, तो क्या प्रधानमंत्री पर कोई नियम कानून लागू नहीं होता?
उन्होंने आगे कहा कि आपको याद होगा की एक तरफ़ लोग कोरोना के दूसरी लहर में ऑक्सिजन के कमी के कारण दम तोड़ रहे थे,दिन-रात शमशान में चिताए चल रही थी और प्रधानमंत्री मोदीजी 1 दिसंबर को वाराणसी घाट पर “लाइट एंड साउंड” शो का आनंद ले रहे थे।
लखीमपुर खीरी में शहीद हुए किसानों के परिवार से मिलने जा रही प्रियंका जी, को रोक लिया जाता है, वही अपराधी को गिरफ्तार करने के बजाए प्रियंका जी को गिरफ्तार कर लिया जाता है, यही नहीं रुकती तानाशाह सरकार प्रियंका जी पर ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है, यही निगरानी बॉर्डर पर रखी होती तो 100 चाइना के जवान उत्तराखंड में नहीं घुस जाते,
मोदीजी विदेशो में कहते है “Yes, Democracy Has Delivered”, आज लोग पूछ रहे है मोदीजी – “Democracy delivered where? और देश की जनता आज केह रही है “Yes, Democracy not but dictatorship has delivered”….
आखिर पीएम सर प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए कुछ नहीं बोले पर इस नरसंहार पर तो उनको चुप्पी नही साधनी चाहिए थी।