झारखंड में सत्ताधारी दल, विपक्ष और आम नागरिकों के लिए एक ही कानून की अलग-अलग परिभाषा है: प्रतुल शाहदेव
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा की जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश एवं अन्य भाजपा नेता किसानों के हित में आंदोलन के लिए खेतों में उतरे तो बदहवास सरकार ने महामारी कानून का उल्लंघन बताते हुए उनके ऊपर फर्जी मुकदमे कर दिया।प्रतुल ने कहा की लेकिन जब सत्ताधारी गठबंधन में शामिल कांग्रेस रॉक गार्डन स्थित बैंक्विट हॉल में अपने विधायक दल की बैठक और खानपान कर रही थी तो शासन-प्रशासन का ध्यान इस पर नहीं गया।प्रतुल ने कहा की जब राज्य आपदा प्रबंधन समिति ने कोरोना काल में बैंक्वेट हॉल को खोलने की अनुमति नहीं दी है तो फिर कांग्रेस ने कैसे नियम विरुद्ध अपने विधायक दल की बैठक वहां कर ली?इस बैठक में विधायको, नेताओं और कार्यकर्ताओं समेत एक सौ से ज्यादा लोग शामिल हुए थे।
प्रतुल ने कहा आश्चर्यजनक रूप से इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई। वैसे यह पहला मामला नहीं है।इसके पूर्व भी कांग्रेस ने पेट्रोलियम पदार्थों में वृद्धि के विरोध में राजभवन के सामने निषेधाज्ञा को तोड़ कर धरना दिया था।उस समय भी शासन-प्रशासन ने कोई कार्यवाई नही की थी।प्रतुल ने कहा की सत्ता मिलते ही कांग्रेसी नेता नियम-कानून भूल जाते हैं। प्रतुल ने कहा कि राज्य सरकार को बताना चाहिए की आखिर रॉक गार्डन बैंक्विट हॉल में यह बैठक कैसे हुई? क्या प्रशासन ने आपदा प्रबंधन समिति के आदेश को नजरअंदाज करते हुए अनुमति दी या फिर कांग्रेस ने बिना अनुमति लिए कानून तोड़कर यहां बैठक किया?प्रतुल ने कहा यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि झारखंड में सत्ताधारी दल,विपक्ष और आम नागरिकों के लिए एक ही कानून की अलग-अलग परिभाषा है।