कुणाल षाडंगी के पहल पर माली देश में भारतीय एंबेसी आया हरकत में, बताया झारखंड के मजदूर सुरक्षित, उनके नियोक्ता से समाधान निकालने की कोशिश की जा रही
माली में फंसे झारखंड के गिरिडीह और हजारीबाग जिलों के रहने वाले 33 मजदूरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने वतन वापसी की गुहार लगाई थी जिसे प्रमुख दैनिक अखबारों ने छापा था। उन मजदूरों ने वीडियो के माध्यम से बताया है कि वह जिस कंपनी में काम कर रहे हैं वहां पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिल रहा, खाने पीने के लाले पड़ गए हैं, ऐसे में किसी प्रकार भारत वापस भेजा जाए।
माननीय महोदय जी @dasraghubar @jhar_governor @PMOIndia @narendramodi गिरिडीह और हजारीबाग जिलों के निवासी 33 मजदूरों ने साउथ अफ्रीका के माली से अपने वतन वापसी की गुहार लगाई है,सोशल मीडिया के माध्यम से सभी मजदूरों ने भारत सरकार से अपील किया है,@dprakashbjp @KunalSarangi संज्ञान ले pic.twitter.com/0BGLwBjPEB
— Tiger Sunil Mahto 🇮🇳 🐦 (@tigersunilraj12) January 17, 2022
सोशल मीडिया में भी सुनील महतो नामक युवक ने प्रधानमंत्री कार्यालय सहित कई लोगों से इस मामले में इन मजदूरों के मदद करने का अनुरोध किया था जिसमें बहरागोड़ा के पूर्व विधायक एवं वर्तमान में भाजपा प्रदेश के प्रवक्ता कुणाल षाडंगी भी शामिल थे। कुणाल ने ट्वीट को संज्ञान में लेकर तुरंत विदेश मंत्री एस जयशंकर, माली और मॉरिटानिया में भारत के एंबेसेडर अंजनी सहाय, भारतीय एंबेसी एवं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची सहित कई लोगों को इन मजदूरों के सकुशल घर वापसी हेतु मदद का आग्रह किया था।
The Embassy is in touch with both sides – the people who shared the video and their employers. We are trying to facilitate early resolution of the issue between them. The people in the video have food to eat and they are safe. @CPVIndia @SecretaryCPVOIA @OIA_MEA
— India in Mali (@IndianEmbassyML) January 17, 2022
जिस पर माली और मॉरिटानिया में भारतीय एंबेसी ने जवाब दिया है की वह दोनों पक्षों, मजदूरों और उनकी कंपनी से संपर्क साध लिए हैं और उनके बीच जो भी विवाद है उसे खत्म करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया है कि उनके (मजदूरों) पास भोजन है और वे पूरी तरह सुरक्षित हैं।त्वरित हस्तक्षेप के लिए कुणाल षाडंगी ने माली और मॉरिटानिया में भारतीय एंबेसी को धन्यवाद दिया है और कहा है कि उन्होंने भी यहां मजदूरों के परिवारों को यही बताया है। यदि उनके और नियोक्ता के बीच एक सौहार्दपूर्ण समाधान निकाला जा सकता है तो यह बहुत अच्छा होगा। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने उम्मीद जताई है कि मजदूरों का यह मुश्किल समय जल्द ही खत्म हो जाएगा।