कुणाल षाडंगी के सीएम दफ्तर के बाहर धरने की चेतावनी के बाद शहीद गणेश हांसदा स्मृति उद्यान में बिजली कनेक्शन का काम हुआ शुरू
गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ मुठभेड़ में गत वर्ष शहीद हुए बहरागोड़ा के लाल गणेश हांसदा की जयंती के ठीक अगले ही दिन बुधवार शाम से कोशाफोलिया में निर्मित शहीद स्मृति पार्क में सरकार की ओर से बिजली कनेक्शन देने का कार्य शुरू हो गया है। मंगलवार को ही जयंती के अवसर पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुँचें पूर्व विधायक सह भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने झारखंड सरकार पर शहीद के अपमान और उनके परिजनों की उपेक्षा का आरोप लगाया था। कुणाल षाड़ंगी ने ऐलान किया था कि यदि गणेश हांसदा की स्मृति में उनके ही परिवार ने व्यक्तिगत ख़र्चे पर शहीद पार्क का निर्माण किया है ताकि वीरता की अमर निशानी लोगों के लिए प्रेरणा बनी रहे। इस शहीद स्थल पर आजतक बिजली आपूर्ति नहीं दी गई थी। मंगलवार को कुणाल षाड़ंगी ने मीडिया के माध्यम से यह ऐलान किया था कि यदि अगले 15 दिनों के अंदर उक्त शहीद स्मृति पार्क में विद्युत कनेक्शन नहीं दी गई तो वे ख़ुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दफ़्तर के बाहर धरने पर बैठ जायेंगे। पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी की इस चेतावनी के बाद सरकारी अमला और विद्युत विभाग सक्रिय हुआ। बुधवार शाम को उक्त पार्क ने बिजली कनेक्शन देने को लेकर काफ़ी तादाद में इलेक्ट्रिक पोल पार्क पहुँच चुकी है, अगले कुछ दिनों में विद्युत कनेक्शन संपन्न हो जाने की उम्मीद है। इस प्रकरण पर कुणाल षाड़ंगी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उर्ज़ा सचिव और जिला उपायुक्त को त्वरित पहल के लिए आभार जताया है। साथ ही उन्होंने सरकारी तंत्र की मंशा और इच्छाशक्ति पर एकबार फ़िर से सवाल खड़े करते हुए पूछा कि आख़िर सीएम दफ़्तर के बाहर धरने की चेतावनी के बाद ही सरकारी विभाग सक्रिय क्यों होते हैं? क्यों नहीं पहले ही ऐसे मामलों में संवेदनशीलता दिखाई जाती है।