जानकारी

एक ज्ञानावतार का हृदय(श्री श्री स्वामी श्रीयुक्तेश्वर गिरि जी का 169वां आविर्भाव दिवस)

“मैं तुम्हें अपना अशर्त प्रेम प्रदान करता हूँ,” अपने निर्मल प्रेम के इस शाश्वत वचन के साथ, “ज्ञान के अवतार”…

7 months ago

दो महान् सन्तों श्री श्री परमहंस योगानन्द और स्वामी श्री युक्तेश्वरजी के महासमाधि दिवस पर विशेष

सहस्राब्दियों से भारतवर्ष की पवित्र भूमि को अनेक महान् दिव्य आत्माओं के चरणों के स्पर्श से पावन होने का सुअवसर…

9 months ago

श्री श्री परमहंस योगानन्द के जीवन का अत्यन्त प्रेरक प्रभाव<br />(130वीं जयन्ती पर विशेष)

“छोटी माँ, तुम्हारा पुत्र एक योगी बनेगा। एक आध्यात्मिक इंजन की भांति वह अनेक आत्माओं को ईश्वर के साम्राज्य तक…

11 months ago

श्रीमद्भगवद्गीता : सफल जीवन के लिए दिव्यामृत…<br>(गीता जयन्ती पर विशेष)

सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच:।।[अन्य सभी धर्मों (कर्तव्यों) का त्याग करके मात्र मेरी ही शरण…

11 months ago

LIC हाउसिंग फाइनेंस का नया एरिया ऑफिस रांची के डंगराटोली चौक के पास जीवन ज्योति बिल्डिंग में खुला

एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के नवनिर्मित रांची एरिया ऑफिस का शुभ उद्घाटन आज दिनांक 17 अक्टूबर 2023 को रांची के…

1 year ago

योगदा आश्रम, रांची में योगावतार लाहिड़ी महाशय की 195वीं जयंती का स्मरणोत्सव

योगदा सत्संग परंपरा के परमगुरुओं में से एक योगावतार लाहिड़ी महाशय के अविर्भाव का स्मरणोत्सव 30 सितंबर को योगदा आश्रम,…

1 year ago

योगावतार लाहिड़ी महाशय के 195वीं जयन्ती पर विशेष

“योगावतार” के रूप में अत्यन्त सम्मानित, सुप्रसिद्ध सन्त श्री श्री लाहिड़ी महाशय ने संसार को क्रियायोग की एक स्थायी विरासत…

1 year ago

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी – श्रीमद्भगवद्गीता से निकटता स्थापित करने का एक सुअवसर

“हे अर्जुन, तुम योगी बनो,” इन अविस्मरणीय शब्दों के साथ भगवान् श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की रणभूमि में अपने अत्यन्त उन्नत…

1 year ago

अमर गुरु महावतार बाबाजी का अविस्मरणीय वचन (महावतार बाबाजी दिवस पर विशेष लेख)

श्री श्री परमहंस योगानन्द ने अपने गौरव ग्रन्थ योगी कथामृत में “आधुनिक भारत के महावतार बाबाजी” के इस वचन का…

1 year ago

योग के सर्वोच्च विज्ञान की प्रशंसा में कुछ शब्द….<br>अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष

तपस्विभ्योऽधिको योगी, ज्ञानिभ्योऽपि मतोऽधिकः । कर्मिभ्यश्चाधिको योगी, तस्माद्योगी भवार्जुन ।।(योगी को शरीर पर नियन्त्रण करने वाले तपस्वियों, ज्ञान के पथ…

1 year ago