नाम्या स्माइल फाउंडेशन के द्वारा धालभूमगढ़ के +2 उच्च विद्यालय, नरसिंहगढ़ में एक बार फिर लड़कियों को पीरियड वर्कशॉप के माध्यम से शिक्षित करने का प्रयास किया गया है। इस कार्यशाला में 500 से ज्यादा छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उनके बीच जोहार पीरियड्स अभियान के तहत मेंस्ट्रूपीडिया कॉमिक बुक का वितरण किया गया।
आज भी माहवारी पर बात करना उतना सहज नहीं हो पाया है। इसी को ध्यान में रखकर मेंस्ट्रूपीडिया के साथ नाम्या फाऊंडेशन इस सामाजिक कार्य में योगदान देने के लिए हाथ मिलाया है। दोनों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस अभियान के तहत स्कूल और कॉलेज की छात्राओ के बीच माहवारी की प्रक्रिया को आसानी से समझाने वाली कॉमिक पुस्तकों का वितरण किया गया।
संस्था के सदस्य डॉ श्रद्धा सुमन ने मेंस्ट्रूपीडिया कॉमिक बुक के माध्यम से छात्राओं को माहवारी और उससे जुड़े सभी विषयों पर विस्तृत जानकारी दी।
संस्था के संस्थापक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि माहवारी को लेकर आज भी समाज में लोग खुल कर बात करने को तैयार नहीं हैं। इसमें अब बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस बदलाव की शुरूआत माहवारी के प्रति बच्चियों को शिक्षित और जागरूक करके ही की जाएगी।
आज के कार्यक्रम मे मुख्य रूप से समाजसेवी विमल कालिंदी, सुजीत भालुक, बासुदेव सिंह, दिलीप पांडे, दीपू अधिकारी, भावेश मन्ना, राजू पाल तथा संस्था के सदस्य पूर्णेन्दु पात्रा समेत संस्था के कई सदस्य उपस्थित रहे।
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