गीता का कालातीत ज्ञान (गीता जयन्ती पर विशेष)

1 month ago
Jharkhand Aaj Kal

भारत के बच्चों ने अपने बचपन में जितनी भी कहानियां सुनी हैं, उनमें से महाभारत की कथा ने उन्हें अनेक…

क्रियायोग की सरिता में डुबकी लगाने के लिए प्रोत्साहन (श्री श्री लाहिड़ी महाशय की 196वीं जयंती पर विशेष)

4 months ago

“पौराणिक कथाओं में जिस प्रकार गंगा ने स्वर्ग से पृथ्वी पर उतरकर अपने तृषातुर भक्त भागीरथ को अपने दिव्य जल…

हेमंत सरकार की वादा खिलाफी, बांग्लादेशी, रोहिंग्या घुसपैठ से राज्य की बदलती डेमोग्राफी के खिलाफ प्रदेश भाजपा निकलेगी परिवर्तन यात्रा

4 months ago

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज भाजपा की आगामी 20 सितंबर से प्रारंभ होने वाली परिवर्तन…

बजट पर किया कटाक्ष, तो पूर्व भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी को लोग कहने लगे भला बुरा, फिर कुणाल ने दिया करारा जवाब

6 months ago

आज केंद्रीय बजट को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया। जिसमें मिडिल क्लास को अनदेखा के साथ झारखंड को…

एक ज्ञानावतार का हृदय(श्री श्री स्वामी श्रीयुक्तेश्वर गिरि जी का 169वां आविर्भाव दिवस)

8 months ago

“मैं तुम्हें अपना अशर्त प्रेम प्रदान करता हूँ,” अपने निर्मल प्रेम के इस शाश्वत वचन के साथ, “ज्ञान के अवतार”…

ढुलू महतो अब लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, धनबाद से बने भाजपा के उम्मीदवार

10 months ago

बाघमारा के भाजपा विधायक, कोयलांचल के युवाओं के चहेते, गरीबों की आवाज के नाम से जाने जाने वाले ढुल्लू महतो…

दो महान् सन्तों श्री श्री परमहंस योगानन्द और स्वामी श्री युक्तेश्वरजी के महासमाधि दिवस पर विशेष

11 months ago

सहस्राब्दियों से भारतवर्ष की पवित्र भूमि को अनेक महान् दिव्य आत्माओं के चरणों के स्पर्श से पावन होने का सुअवसर…

लोग क्या कहेंगे ? यह सोचना छोड़ मेहनत और प्रयास करो, जरूर सफल होंगे: रमेश घोलप, IAS

11 months ago

लोग क्या कहेंगे? यह सोच कई लोगों की प्रगति में बाधा बनी है। आईएस रमेश घोलप ने तस्वीर के माध्यम…

श्री श्री परमहंस योगानन्द के जीवन का अत्यन्त प्रेरक प्रभाव<br />(130वीं जयन्ती पर विशेष)

1 year ago

“छोटी माँ, तुम्हारा पुत्र एक योगी बनेगा। एक आध्यात्मिक इंजन की भांति वह अनेक आत्माओं को ईश्वर के साम्राज्य तक…

श्रीमद्भगवद्गीता : सफल जीवन के लिए दिव्यामृत…<br>(गीता जयन्ती पर विशेष)

1 year ago

सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच:।।[अन्य सभी धर्मों (कर्तव्यों) का त्याग करके मात्र मेरी ही शरण…